जाउँ कहाँ तजि चरन तुम्हारे। इतना सुंदर राम भजन कभी नहीं सुना होगा  राग भैरवी  विनय पत्रिका 101 - Single

जाउँ कहाँ तजि चरन तुम्हारे। इतना सुंदर राम भजन कभी नहीं सुना होगा राग भैरवी विनय पत्रिका 101 - Single